Narmadapuram Division नर्मदापुरम संभाग-

नर्मदापुरम डिवीज़न, मध्य प्रदेश राज्य का  एक भौगोलिक एरिया है। नर्मदापुरम संभाग  का उद्घाटन तथा  विभाजन  औपचारिक रूप से  27 अगस्त, 2008 में हुआ इसमें होशंगाबाद, हरदा और बैतूल जिले आते  है।

नर्मदापुरम संभाग के जिलो में पदस्थ अधिकारीयों की सूची:-

  क्रमांकअधिकारी का नाम     संभाग/जिला   कार्यालय का   दूरभाष   मोबाइल     नंबर  
      1   श्रीमति नीलम पाटिल, सहा.सं.उद्यान हरदा 
    हरदा 07577-225192 9755433021
      2 श्री एस.एस.तोमर, (प्र.) उप संचालक       उद्यान  होशंगाबाद 07574-252059 9425026163
      3
 श्रीमति आशा उपवंशी, (प्रभारी) उप     संचालक    बैतूल 07141-234580 8998637964
      4 डॉ.एन.एस.तोमर सहायक संचालन उद्यान     प्रशिक्षण  प्रशिक्षण केंद्र         पचमढ़ी 07578-252643  9407555174
      5  श्री आई.वी पटेल ,(प्रभारी)संयुक्त संचालन       उद्यान  नर्मदापुरम संभाग 07574-252160 9425406136  
      6 डॉ.एन.एस.तोमर सहायक संचालन उद्यान     प्रशिक्षण  प्रमुख उद्यान पचमढ़ी  07578-252074 9407555174
     7 श्री दिनेश कोतु (प्रभारी )सहायक संचालक      उद्यान   पिपरिया-सिलारी  07576-266454 9425351093

Hoshangabad होशंगाबाद :-


सर्वप्रथम शहर का नाम  वहा के शासक, होशंग शाह के नाम पर रखा गया था |  बाद में इसका नाम मालवा के पहले शासक होशंग शाह के नाम पर बदलकर होशंगाबाद कर दिया गया। बाद में इस शहर का नाम  नर्मदा नदी के नाम से  नर्मदापुरम कर दिया गया | होशंगाबाद भारतीय राज्य मध्य प्रदेश में होशंगाबाद जिले का एक शहर और एक नगर पालिका है। यह मध्य भारत क्षेत्र में एक शहर है, नर्मदा नदी के दक्षिणी तट पर, और होशंगाबाद जिले का प्रशासनिक केंद्र है। होशंगाबाद जिला मध्य प्रांत और बरार के नेरबुड्डा (नर्मदा) प्रभाग का हिस्सा है , जो 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद मध्य भारत (बाद में मध्य प्रदेश) का राज्य बन गया।इसके अलावा यह अपन सेठानी घाट (नर्मदा नदी पर बना एक प्राचीन घाट) के लिए भी देशभर में प्रसिद्ध है।यह शहर नर्मदा नदी के किनारे अपने खूबसूरत घाटों के लिए प्रसिद्ध है, सेठानी घाट एक प्रमुख आकर्षण का स्थल माना  जाता है |होशंगाबाद जिला कई प्राकृतिक दर्शनीय और ऐतिहासिक स्थलों का एक ऐसा मिश्रण है जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। होशंगाबाद के पर्यटन स्थलों भीमबेटका रॉक शेल्टर, पचमढ़ी हिल स्टेशन और आदमगढ़ हिल्स के नाम शामिल है। इस शहर को पवित्र नर्मदा नदी की उपस्थिति के कारण धार्मिक स्थल के रूप में भी जाना जाता है। नर्मदा जयंती पर शहर में रंगारंग समारोह होते हैं | यह होशंगाबाद का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो नर्मदा और तवा नदी के संगम के लिए प्रसिद्ध है। कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर यहां हर साल उत्सव मनाया जाता है और मेले का आयोजन किया जाता है |होशंगाबाद में घूमने के लिए अच्छी जगह अदमगढ़ हिल्स है |अगर आप होशंगाबाद की यात्रा करने के लिए जा रहें हैं तो बता दें कि यह शहर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 70 किमी की दूरी पर स्थित है। इस शहर के लिए भारत के सभी प्रमुख शहरों से ट्रेन आसानी से उपलब्ध है। जिले की उत्तरी सीमा नर्मदा नदी है। इसके बाद  रायसेन और सीहोर का जिला है। बैतूल जिला दक्षिण में स्थित है, जहां हरदा जिला क्रमशः पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी सीमाओं और नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा जिलों के साथ सामना करता है, जो जिले के उत्तर-पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी पक्षों के करीब है। होशंगाबाद 22.75 ° उत्तर 77.72 ° पूर्व पर स्थित है। इसकी औसत ऊंचाई 278 मीटर (912 फीट) है।

> मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा रेल्‍वे स्‍टेशन इटारसी है।
> सतपुड़ा की रानी पंचमढी हिल स्‍टेशन और शॅलचित्र से युक्त होशंगाबाद की पहाडिया म.प्र. राज्‍य का आदर्श स्थल है 
> MP का पहला बायोस्‍फेयर रिजर्व पचमढी है।
> बाबई का नाम माखननगर कर दिया गया है जो माखनलाल चर्तुवेदी कि जन्‍म भूमि है।                                                                              > यह प्रदेश का सबसे बड़ा कृषि फार्म है ।
> यह जिला प्रति हेक्‍टेयर गेहॅू उत्‍पादन में देश का शीर्ष जिला है।
> विश्व का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र इटारसी के अभ्रक कारखाने में लगाया गया है।
> यह मध्यप्रदेश  की सबसे ऊची चोटी धूपगढ़ है जो कि 1350 मी. है ।
> यह बोरी घाटी सौगान क्षेत्र के लिये चर्चित है।
> राज्य का पहला जिला है जिसमें सिविल न्‍यायलय को Online किया गया है  | 
औधोगिक संस्थान -प्रतिभूति कागज कारखाना,आयुधनिर्माण कारखाना है | 

> होशंगाबाद जिले में 8 तहसील है।

  • होशंगाबाद
  • इटारसी
  • पिपरिया
  • सिवनी मालवा
  • बाबई
  • सोहागपुर
  • बनखेड़ी 

Betul बैतूल :-


भारत की हृदय स्थली में स्थित बैतूल जिला पवित्र  ताप्ती नदी के उद्गम स्थल का गौरव प्राप्त किये हुए है।"बेैतुल" ही वो पहला जिला था जिसने  ९ मार्च को कवि दिवस के रूप मे मनाना प्रारम्भ किया गया था। बैतूल जिले के मुलताई तहसील पर पुण्य सलिला मां ताप्ती जी का उद्गम स्थल है। बैतूल के मुलताई तहसील पवित्र नगरी के रूप में भी पूजी जाती है यह सतपुड़ा पर्वत के पठार पर स्थित है। इस जिले का नाम छोटे से कस्बे बैतूल बाजार के नाम से जाना जाता है और जिला मुख्यालय से लगभग 5 किलो मीटर की दूरी पर है| वायु सेना की छावनी इस जिले में है  दिल्ली मद्रास मुख्य लाईन पर भोपाल नागपुर के मध्य में स्थित है। अकबर महान के नौ रत्नों में से एक रत्न टोडरमल के द्वारा कराये गये सर्वेक्षण से ज्ञात अखंड भारत के केन्द्र बिन्दु पर बसा यह जिला आदिवासी संस्कृति को उद्घाटित करता है। बैतूल जिला मध्य प्रदेश के दक्षिण में स्थित है | यह सतपुड़ा श्रेणी की संपूर्ण चौड़ाई को घेरे हुए है जो नर्मदा घाटी और उसके दक्षिण के मैदान तक फैला है। जिले के "मुलताई" शहर से "ताप्ती"नदी  का उदगम स्थान है। इसको पवित्र नदी  माना जाता है। और उनका प्रसिद्ध ताप्ती मंदिर भी यहां है। बैतूल जिला नर्मदा संभाग के अंतर्गत आता हैं | यह भोपाल संभाग को दक्षिणी छोर से छूता है ,तवा नदी जिले के उत्तर पूर्व से प्रवेश करती है,जो         छिंदवाड़ा जिले से निकली है। इसमें आगे माचना नदी में जाकर मिल जाती है, जो कि ढोढरामोहार के आगे होशंगाबाद जिले में प्रवेश करती है |  जिले के सारनी ग्राम में स्थित सतपुड़ा थर्मल पावर स्टेशन के उपयोग हेतु बांध बनाया गया है।सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला के दोनो ओर तवा और नर्मदा स्थित है। श्रृंखला में कई उूंची चोटियां है। जिनमें सबसे उंची चोटी पूर्व में किलनदेव 1107 मीटर है। इन  चोटियों पर ही पुराने किले बने थे, जो  कि पूरे क्षेत्र में प्रशासन के लिए उपयोगी है । तवा घाटी समुद्र सतह से 396 मीटर उंचाई पर है। घाटी का अधिक भाग कीमती वृक्षों (पमुख सागौन) से ढंका हुआ है और किनारे की भूमि उपजाउ है।

> यह मध्य प्रदेश की पहली टिश्‍यू कल्‍चर लैब है।
> बैतूल में सबसे पहेला गोंडी सामुदायिक केन्‍द्र स्थापित किया जिसकी स्‍थापना 2012 में कि गई
> मुक्‍तागिरी जैन धर्म का तीर्थस्‍थल बैतूल में है।                                    
> सम्‍पूर्ण भारत का सर्वधिक ग्रेफाइड उत्‍पादक जिला है। 
> बालाजी पूरम मंदीर यह पर प्रसिद्ध मंदीर है जो हिन्‍दू धर्म से है।
> 1930 में गंजनसिंह कोरकू के नेतृत्‍व में अंग्रेजो के विरूद्ध जंगल सत्‍याग्रह यह के घोडाडोगंरी जिले से किया गया था।
> प्रसिद्ध नदी ताप्‍ती का उदगम स्‍थल यह का मुलतापी शहर है
Harda हरदा :-

हरदा जिला मध्यप्रेदश का एक जिला है | हरदा जिला 1998 में बनाया गया था, तब इसे होशंगाबाद जिले से विभाजित किया गया था। हरदा ज़िला भारतीय राज्य मध्य प्रदेश का दूसरा छोटा जिला है। जो नर्मदापुरम संभाग के अन्तर्गत आता है | ज़िले के मुख्य तहसील खिरकिया एवं टिमरनी सिराली, रहटगांव, हंडिया हैं | यह जिला 2644.32 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला हुआ है | हरदा शहर, जिले का मुख्यालय  इसका मुख्यालय हरदा शहर में है तथा  जिला नर्मदापुरम संभाग का हिस्सा है | हरदा, नर्मदा नदी घाटी में स्थित है, और नर्मदा, जिले की उत्तरी सीमा बनाती है। इसके दक्षिण में सतपुरा रेंज स्थित है।  हरदा जिला मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित है। यह मुख्य रूप से एक आदिवासी क्षेत्र है जहां कोरकू और गोंड आदिवासी समूह कुल जनसंख्या का दो-तिहाई हिस्सा बनाते हैं। । हरदा नर्मदा नदी की घाटी में स्थित है और नर्मदा जिले की उत्तरी सीमा बनाती है | हरदा जिले में– नर्मदा, गंजाल और माचक , नामक तीन मुख्य नदियाँ हैं।हरदा राज्य की राजधानी भोपाल से सड़क और रेल द्वारा जुड़ा हुआ है और यह लगभग 168 किलोमीटर है। यह राज्य के सभी प्रमुख शहरों के साथ रेल द्वारा जुड़ा हुआ है। सभी तीन ब्लॉक मुख्यालय अर्थात् हरदा, खिरकिया और टिमरनी सड़क और रेल द्वारा जुड़े हुए हैं। स्थान नेमावर नर्मदा नदी पर हिन्‍दू एवं जैन धर्म का पवित्र धार्मिक स्‍थल है । हरदा  के शोडलपुर में कान्‍हा बाबा का मेला लगता है। हरदा जिला उत्तर में सीहोर, उत्तर पूर्व में होशंगाबाद, दक्षिण-पूर्व में बैतूल, दक्षिण-पश्चिम में खंडवा और उत्तर-पश्चिम में देवास से घिरा है|  यहां मालवा, निमाड, हरदा, हिंदी भाषा  बोली जाती है | यहां  रिद्धेश्वर महादेव, नेमावर नर्मदा घाट, चरवा मंदिर, चीपानेर घाट, सिद्धिविनायक मंदिर, श्री लक्ष्मीनारायण, बड़ा मंदिर, बड़ामत गोंडज्ञगांव, कान्हा बाबा मंदिर, राम जानकी मंदिर, मकडाई मंदिर, काला किर्ती, बड़ा मत, कला कृति, गोमुख आदि दर्शनीय स्थल है, गांधी ने चार बार और बालगंगाधर तिलक ने एक बार हरदा जिले  की यात्रा की थी।

> स्टील निर्माण,
> रोलर आटा चक्की,
>  सॉ  मिल,
> सोया विलायक योजना
> कनाथ विलायक निष्कर्षण ग्राम पिदगोण हरदा
> निकिल चीनी मिल ग्राम बारंगा  हरदा।
> धनलक्ष्मी सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन ग्राम पलासनेर हरदा | 


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